एक मुलाक़ात....❣️( भाग - 19 )
सोमवार
कॉलेज में ,,,,
आरव मिताली विवान केंटीन में बैठे आरव को देख रहे थे उसके चेहरे पर बेचेनी साफ नज़र आ रही थी दो दिन से उसकी अनु से कोई बात नहीं हुई थी उस दिन कॉलेज में भी अनु का चेहरा उतरा उतरा था बर्थडे के बाद से हि वो बदली बदली सी लग रही थी उसके बारे में सोच कर उसका मन बैठा जा रहा था ,,,,,,आखिर किस हक से पूछें कोई तो हक नहीं है उसकी पर्सनल लाइफ में इंटरफेयर करने का काश मैं उसके बर्थडे पर अपने दिल कि बात कह देता तो ठीक होता आज हक तो होता उसकी प्रॉब्लम जानने का यही सब उसके दिमाग में चल रहा था ,,,,,मीताली बैठे उसे देख कर परेशान हो रही थी ,,,,,थोड़ी देर बाद मिशा नील भी आ गए दोनों के चेहरे पर मुस्कान गायब थी दोनों सीधा केंटीन में आ गए बूझे मन से गुड मॉर्निंग विश किया और बैठ गए अनिशा नहीं थी तो आरव से रहा नहीं गया तो उसने पूछा
आरव - "अरे तुम दोनों हि आए हो अनिशा नहीं आई आज " ।।
मिशा और नील ने एक दूसरे को देखा और मिशा बोली - "नहीं वो आज नहीं आई वो सगाई कि शॉपिंग के लिए गई है " ।।
सगाई शब्द सुनते हि आरव मिताली 😱हैरानी से बोले - "क्या सगाई किसकी सगाई कि शॉपिंग "।।
मिशा - "वो ........वो ना वो अपनी सगाई कि शॉपिंग के लिए गई है (सर झुका के) और कल शाम उसकी सगाई है " ।।
ये सुनते हि आरव को जैसे झटका सा लग उसे लगा ये मज़ाक हे उसने मिशा से फिर पूछा - "तू मज़्ज़ाक कर रही है ना,,,,,, ये क्या बिहुदा मज़ाक है,,,,,,, तुझे तो सब पता है फिर ऐसा मज़ाक सच बोल यार मज़ाक मत कर " ।।
मिशा - "मैं मज़ाक नहीं कर रही आरव सच बोल रही हूँ अनु ने खुश से ये सगाई करने के लिए हाँ कहीं हैं कल शाम सगाई है उसकी "।।
आरव ने सुना तो बिना कुछ बोले बाहर चला गया ,,,,,,बाकी में से नील को छोड़ सब उसकी हालत समझ रहे थे ,,,,,
नील ने मिशा से पूछा - "ये आरव को क्या हुआ ये ऐसे क्यूँ रियेक्ट कर रहा है अनु कि सगाई कि बात सुन के "।।
मिशा ने नील को घुरा और बोली - "प्यार करता है वो अनु से सच्चा वाला देखा हे उसकी आँखों में हमने ,,,,,,तू दोस्त कहता है खुद को इतना भी नहीं समझ पाया ,,,,गधा कहीं का"।।
नील ने सुना तो हैरानी से बोला - "क्या आरव और प्यार वो भी अनु से ,,,,,,,ओ माई ये क्या और मेरे को कैसे पता ना चला कि आरव अनु को प्यार करता है 😂😂 सब उसकी बात सुन कर उसे घुरने लगे तो उसने अपने मुँह ओर उंगली 🤫🤫 रख सबको सॉरी कहा ,,,
मिताली वहां से उठी और आरव को ढूंढने चली आयी उसने सबसे पहले म्यूजिक रूम में देखा क्यूँ कि आरव उदास होता तो गाना गाना पसंद करता था लेकिन वो वहां नहीं मिला ,,,,,,फिर उसने लाइब्रेरी में देखा वहां भी नहीं था ,,,,,,,हर जगह खोजने पर भी वो नहीं मिला तो वो बैक यार्ड में उसे खोजने गई तो आरव वहां फूट बॉल खेल रहा था ,,,,,,
इस वक़्त उसने स्पोर्ट टी-शर्ट पहनी थी बाल माथे पर बिखरे थे और पसीने से लथ् पथ उसकी शर्ट बॉडी से चिपक् गई थी जिसे उसके एप्स पता चल रहे थे ,, चेहरा एक दम शांत था वो बॉल को किक करता जा रहा था ,,,,,,उसने बॉल को एक बार फिर से जोर से किक किया और मिताली सामने आ के बोल पकड़ ली और उसे घुरने लगी ,,,,,,आरव ने एक नज़र उसे देखा फिर बेन्च के पास आ के टॉवेल से अपने आप को पोछा और पानी पीने लगा ।।
मिताली उसके पास आ के - "ये क्या कर रहा हे तू ,,,,,अरे जानती हूँ बहुत कुछ चल रहा होगा तेरे दिमाग मे कि ऐसे अचानक से क्या हुआ कि सगाई कर रही है ,,,,,,देख तू एक बार मिल उससे और बात कर ,,,,,और हो सके तो अपनी फीलिंग्स भी बता दियो समझा पर देवदास मत बनियो प्लीस 🙏
आरव बिना कुछ बोले वहां से चेंजिंग रूम मे चला गया मिताली उसे देखते हि रह गई और सर हिला के वो वहां से आ गई ,,,,,,सब लोग ने क्लास ली और घर के लिए निकलने लगे कि तभी अनिशा वहां आ गई आरव के कदम उसे देख कर रुक गए ।।
अनिशा के कदम भी आरव को देख रुक गए और दिल कि धड़कन बढ़ गई क्यूँ कि अब उसे अपनी फीलिंग का पता भी चल गया था तो खुद को रोकना उसके लिए मुश्किल हो रहा था दोनों कि नज़र मिली तो दोनों के दिल धड़कन बढ़ गई दोनो ने जल्दी से नज़र हटा ली ,,,,,तो नील बोला
नील - "अरे तू यहाँ कैसे तू सगाई कि शॉपिंग कर लिए गई थी न तो फिर यहाँ "।।
अनिशा ने सुना तो उसे पता चल गया कि आरव को मालूम पड गया उसकी शादी के बारे में ,,,,,,,अब तो आरव को देखना भी उसके लिए मुश्किल हो गया ,,,,,,,जबकि आरव उसे हि घूर रहा था ,,,,,,,,अनिशा ने नज़रे उठा के आरव को देखा तो उसकी आँखो में उम्ड़े दर्द को देख पा रही थी वो दोनों एक दूसरे कि आँखों में देखने लगे ।।
मिताली ने मिशा को इशारा किया और सब वहां से चलें गए।।
अब कॉरिडोर में अनिशा और आरव हि थे जो खामोश खड़े थे आरव के दिमाग में अभी भी यही बातें घूम रही थी कि ,,,,,,,,अभी भी टाइम है अनिशा से पुछ्ले कि वो जबरदस्ती अपनी लाइफ को स्पोइल तो नहीं न कर रही ,,,,,,एक बार जान ले कि वो अपने मन से शादी कर रही हे न या कोई बात है ,,,,,क्या वो उसे सच में प्यार .....प्यार नहीं करत ?,,,,,,क्या कभी कुछ फील नहीं हुआ ?,,,,,,क्या उसकी आँखों उसे आपने लिए कुछ महसूस नहीं हुआ ?
वो ये सोचते हुए अनिशा का हाथ पकड़ता है और पास के स्टोर रूम मे खींच लेता है अनिशा कुछ समझ नहीं पाती उसे पहले वो उसे दिवार से लगा के उसे घुरने लगता है अनिशा कि डर के आंखे बंद कर लेती क्यूँ कि आरव उसके बहुत करीब था ,,,,,आरव कि आवाज़ सुन वो आंखे खोल के उसे देखती है।।
आरव उसकी आंखे मे आंखे डाल के देखते हुए - "सगाई कर रही हो"
आनिशा धीरे से उसी अंदाज़ में आँखों मे देखते हुए बोली - "हा "
आरव - "क्यूँ और ऐसे अचानक कैसे,,,,,,,परसों तक तो ऐसी कोई न्यूज़ नहीं थी,,,,,,, सगाई शादी कि तो कल अचानक कैसे 🤨🤨🤨🤨 कोई बात है ,,,,,क्या कोई वजह या जबरदस्ती ।।
आनिशा उसे घुरते हुए बोली - "मेरी लाइफ है मेरा जो मन होगा मैं वो करुँगी जिसे शादी करनी हो करुँगी जिसे नहीं होगी उसे भी करूंगी ,,,,,,,,, सो मिस्टर आरव आप दोस्त है तो दोस्त रहे मेरे पर्सनल लाइफ में ना घुसे ,,,,, मैं शादी अपनी ख़ुशी से कर रही हूँ नाकी जबरदस्ती समझे आप ,,,,,,सो माइंड योर अॉन वर्क ,,,,,, और अगली बाद मुझे ऐसे पकड़ने और मेरे इतने करीब आने से पहले ये बताना कि किस हक से किया ये तुमने समझे इतना बोल वो जाने लगी कि दो कदम चल कर पतली और बोली कल शाम सगाई है तो आपको इन्वाइट कर रही हूँ,,,,,,वो ये बोल जाने लगी तो आरव ने उसका हाथ पकड़ के वापस खींच लिया और दोनों बाजु को पकड़ अपने करीब ले आया अनिशा उसे घूर रही थी
आनिशा - "बोला था न् कि फिर से करीब आए तो,,,,,,, वो आगे कुछ बोलती उसे पहले हि आरव ने उसकी जुबान बंद कर दी आरव ने अनिशा के होठों पर किस कर दी ,,,,,,अनिशा इस से अवाक हैरान रह गई ,,,,,,आरव उसे बेतहाशा चुम रहा था कुछ देर बाद वो उससे अलग हुआ और उसे देखते हुए बोला
" मिल गया तुम्हें तुम्हारा जवाब कि क्या हक है मेरा ,,,,,, और अनिशा को कमर से पकड़ के और करीब करते हुए बोला " प्यार करता हूँ तुमसे वो भी बेइंतेहा समझी ,,,,,पहली और आखरी लड़की हो तुम और अब इस दिल में तुम बस गई हो अब कोई नहीं आ सकता यहाँ ,,,
अनिशा ने सुना तो उसे बहुत ख़ुशी हुई पर उसने जाया नहीं होने दिया उसका मन किया आरव को गले लगा ले लेकिन तभी उसे विद्युत कि बातें याद आ गई और जैसे वो होश में आई ,,,,,उसने झटके से खुद को आरव से अलग किया और आरव ने गाल पर एक चाटा धर दिया और बोली - "ये क्या बेहूदा हरकत है तेह्ज़ीब हे कि नहीं तुमने मुझे ,,,,,,तुमने मुझे किस ,,,,,किस क्यूँ किया किस हक से किया पागल हो गए हो ,,,,,मैं नहीं करती तुमसे प्यार क्या मैंने कभी कहा तुमसे ,,,,अरे हम तो आज तक् ठीक से बात भी नहीं किये प्यार कैसे होगा ,,,,,,मैं विद्युत से प्यार करती हूँ वो भी स्कूल टाइम से वो पहला प्यार है मेरा ,,,,,5 साल इंतज़ार किया है उसका आज मुझे वो मिल गया और मैं खुश हूँ समझे और् ____तुम ,,,,तुम प्यार करते होगे मुझसे पर मैं नहीं करती ,,,,, (अपने मन मे - सॉरी आरव पर मैं तुम्हें झूठी तसली नहीं देना चाहती नहीं बता सकती कि मैं ,,,,मैं तुमसे प्यार करती वो भी सच्चा ) ये बोल वो जाने लगी फिर गेट पर रुक के बोली और हो सके भूल जाओ जो तुम फील करते हो वरना तकलीफ होगी बहुत बाद में तुम्हें हि ।।
आरव और उसकी पीठ एक दूसरे कि साइड थी वो बिना मुड़े हि दर्द बरी अवाज़ में बोला - " शुक्र है तुमने मेरी गलत फेमी दूर कर दी टाइम से पर एक बात याद रखना मैंने तुम्हें हि चाहा है तो अब इस दिल में तुम्हारे सिवा और कोई तो नहीं आ सकती,,,,, चाहे तुम मिलो या ना मिलो ,,,,,चाहे ये चाहत एक तरफ़ा हि क्यूँ ना हो ,,,,,सच्चा प्यार उसके प्यार कि ख़ुशी में होता है तुम अपने प्यार के साथ खुश हो ये देख मैं खुश हूँ ,,,,,,बस तुम खुश रेहनी चाहिए मेरे लिए वहीं काफी है ,,,,
लेकिन.........लेकिन अगर मुझे पता चला कि तुम ये शादी अपनी खुशी से नहीं कर रही कोई जबरदस्ती या और कुछ बात है,,,,,, तो उस दिन तुम् मेरे प्यार कि हद देखोगी,,,,, अभी तो ट्रैलर देखा है तुमने ,,,,,,,इतना बोल वो पलटा और् बिना अनिशा कि तरफ देखें तेजी से बाहर निकल गया ,,,,,,
अनिशा उसकी बातों को सोचते हुए बाहर आ गई और नील के साथ घर निकल गई ,,,,,उसके दिमाग में यही चल रहा था कि आरव उसे इतना प्यार करता है ,,,,,,आखिर कोइ उससे इतना प्यार् भी कर सकता है क्या ,,,,, गलती कर दी अपने एहसास जानने में काश वो इस एहसास से भागती नहीं तो आज ,,,,,आज आरव को और उससे इतना दुःख नहीं होता तडपना नहीं पड़ता ,,,,,,,(तुम बहुत अच्छे हो आरव तुम बेस्ट पार्टनर के हक़दार हो मेरे साथ शायद सिर्फ आंसू मिले इस लिए मेरे से दूर रहना हि ठीक है तुम्हारे लिए ,,,,,,एंड आई लव यू ,,,,,,नाउ आई लव यू मोर देन माइ लाइफ ,,,,,आई रियली लव यू) ।।
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दूसरी तरफ आरव कार पूरी फूल स्पीड में चला रहा था आंखे लाल थी चेहरा शांत माथे पर बिखरे बाल और दिमाग में अनिशा के बोले शब्द गुज रहे थे तभी उसने झटके से कार रोकी गेट खोल के बाहर आया और बोनट के पास खड़ा हो गया अपनी आंखे मुंडी अपना चेहरा ऊपर कर रखा था दोनों हाथ हुड्डी कि पॉकेट में थे और बारिश कि बुँदे उसके चेहरे पर पड रही थी वो कुछ देर ऐसे हि खड़ा रहा
अनिशा कि बातें उसके कानों मे गुज रही थी वो मुस्कुराने लगा और बोला - "तुम्हें क्या लगा मिस बवाल कि तुम मुझसे झूठ बोलोगी और मुझे पता नहीं चलेगा प्यार बोलने के लिए थोड़े हि किया है ,,,,,तुमने जुबां से तो झूठ बोल दिया लेकिन आँखों को सिखा नहीं पाई और उसने मुझे सब बया कर दिया ,,,,,,अब तुम्हारे मुँह से सुन ना हे सच क्या है क्यूँ कर रही हो ऐसा ,,,,चलो कल मिलते है सगाई में प्यार नहीं करती ना मुझसे देखता हूँ मेरे सामने कैसे किसी और के साथ दिल कि डोर बाँध पाती हो ,,,,, और फोन में अनिश कि तस्वीर देख बोला वैसे किस करने पर तो मीठी लगी मुझे तुम तो ये कड़वी बाते आती कहा से मेरी बवाल तुमको छोड़ो जैसी हो मेरी हो 😘😘 आई ओनली लव यू फॉर एवर ,,,,,, और वो फिर कार मे बैठ कर निकल जाता है ।।
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कहानी जारी है !!
धन्यवद 🙏🙏
💞सुधा यादव 💞
सिया पंडित
21-Feb-2022 05:27 PM
Very good story
Reply
Pamela
03-Feb-2022 12:18 AM
Very very very very nice story...👌👌👌
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Sandhya Prakash
01-Feb-2022 03:08 PM
Kya baat h Arav... Tussi to chha gaye, trailer jab aisa dhamakedar h to arav ke andaj ka jab reality pata chalegi tab to gjb hi hoga, maja aayega bahut achchi likhti h aap ma'am👌👌👌👌👌
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